आजकल बिहार का बेगुसराय सोशल मीडिया और देश के राजनितिक परिदृश्य में खूब चर्चा का विषय बना हुआ है.पुरे देश की नजर बेगुसराय पर है.वजह है की यहाँ इसबार मुकाबला तथाकथित राष्ट्रभक्त गिरिराज सिंह और कन्हैया कुमार के बिच है.आज इस सीट के तमाम बड़े बिन्दुओं की चर्चा हमलोग करेंगे.आखिर क्यूँ यह बेगुसराय इतना मशहुर हो गया है?
(कन्हैया कुमार) |
इसबार बेगुसराय में मुख्य मुकाबला सीपीआई उम्मीदवार और पूर्व JNU छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और भाजपा के फायर ब्रांड भूमिहार नेता गिरिराज सिंह के बिच है.यह दोनों उम्मीदवार भूमिहार जाति से आते हैं.वहीँ इस सीट पर महा गठबंधन के तरफ से राजद ने भी तनवीर हसन को उम्मीदवार बनाया है.लेकिन तन्वीर हसन यहाँ सिर्फ वोट कटवा के रूप में नजर आ रहे हैं,मुख्य मुकाबला दोनों भूमिहार नेताओं के बिच ही दिख रहा है.
बेगूसराय के 19 लाख मतदाताओं में भूमिहार मतदाता करीब 19 फीसदी, 15 फीसदी मुस्लिम, 12 फीसदी यादव और सात फीसदी कुर्मी हैं. भूमिहार वोट यहां की मुख्य कड़ी हैं और इस बात का सबूत है कि पिछले 16 लोकसभा चुनावों में से कम से कम 11 में नौ बार भूमिहार सांसद बने हैं.
यह बेगुसराय अचानक चर्चा में तब आया जब भाजपा नेता गिरिराज सिंह को यहाँ के लिए टिकट मिला तो वो नाराज होकर टिकट लौटाने दिल्ली चले गये.उनको शीर्ष नेतृत्व के तरफ से मजबूत आश्वासन मिला तब वो कन्हैया कुमार से भिड़ने के लिए तैयार हुए.स्वयं अमित शाह को ट्वीट करके जानकारी देनी पड़ी की गिरिराज सिंह बेगुसराय से चुनाव लड़ेंगे.
कन्हैया के समर्थन में उतरा बॉलीवुड
बॉलीवुड कलाकार स्वरा भास्कर,जावेद अख्तर.शबाना आज़मी,समेत दर्जनों जाने माने कलाकारों ने कन्हैया कुमार के समर्थन में ट्वीट किया तथा प्रचार में बेगुसराय आने की इक्षा जताई है.स्वरा भाष्कर ने कहा की "बोल के लब आज़ाद हैं तेरे, बोल ज़बान अब तक तेरी है.कन्हैया कुमार एक राजनेता हैं और एक सराहनीय और बेहतरीन वक्ता हैं. आशा है कि वह इन कौशल और अपनी ईमानदारी को संसद में बेहतरीन तरीके से प्रदर्शित करेंगे.आपके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है लेकिन जीतने के लिए एक दुनिया है." कन्हैया के नामांकन में गुल्मेहर कौर के भी शामिल होने की बात सीपीआई ने कही है.दक्षिण भारत के प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता प्रकाश राज,निदेशक इम्तियाज अली,सोनल झा इत्यादि दर्जनों नामचीन चेहरे कन्हैया के चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे.
गुजरात-महाराष्ट्र के दलित नेताओं का भी समर्थन
कन्हैया कुमार के समर्थन में गुजरात के वाडगम से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी बेगुसराय में आकर कन्हैया कुमार को जिताने के लिए लोगों से अपील कर रहे थे.वो लगभग 4 दिन बेगुसराय में रुके थे और आगे भी आते रहेंगे.दलित नेता प्रकाश अम्बेडकर और पटेल आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल भी कन्हैया कुमार के लिए लगातार ट्वीट कर रहे हैं और उनके नामांकन में शामिल हो सकते हैं.सामाजिक कार्यकर्ता और नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटेकर गीतकार जावेद अख्तर भी बेगुसराय आना चाहते हैं.
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56 लाख से अधिक मिल चूका है चंदा
कन्हैया कुमार ने चुनाव में खर्च करने के लिए चंदा माँगा इसके लिए बाकायदा crowdfunding वेबसाइट के मध्यम से अपील की गई तो महज 24 घंटे में ही 28 लाख से अधिक कन्हैया कुमार को ऑनलाइन मिल गया.कन्हैया कुमार ने 70 लाख जुटाने का लक्ष्य रखा था जबकि अबतक 56 लाख 42 हजार 934 रुपया मिल चूका है.
सोशल मीडिया पर युवाओं में खूब चर्चित हैं कन्हैया
फेसबुक ट्विटर और Instagram पर कन्हैया के भाषण खूब चल रहे हैं,लोग इसे पसंद भी कर रहे हैं.कन्हैया अपनी बात बहुत कायदे से लोगो के बिच रखते हैं.पढ़े लिखे युवा कन्हैया के समर्थन में खूब पोस्ट भी लिख रहे हैं.युवाओं के अनुसार कन्हैया जमीनी मुद्दों की बात करते हैं,कन्हैया बेरोजगार युवाओं की बात करते हैं.कन्हैया जात पात धर्म से ऊपर उठकर एक विचार बन चुके हैं,ऐसा पटना के एक पीएचडी डिग्री धारी बेरोजगार नौजवान ने कहा.
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09 अप्रैल को करेंगे नामांकन
सीपीआई के बेगुसराय यूनिट नने बताया की कन्हैया कुमार 09 अप्रैल को नामांकन दाखिल करेंगे .यहाँ चुनाव चौथे चरण में 29 अप्रैल को होना है और नतीजे 23 मई को आयेंगे.
भाजपा के लिए नाक बन गई है बेगुसराय
भाजपा ने कन्हैया कुमार के सामने गिरिराज सिंह को झोंक दिया है.लड़ाई कठिन है इस बात को गिरिराज सिंह भी समझते हैं इसलिए वो बेगुसराय से लड़नानहीं चाहते थे लेकिन शायद उन्हें कुछ और ऑफर दिया गया है तब वो जाकर माने.इधर भाजपा अगर यह सीट हार जाती है तो देश भर में यह संदेश जायेगा की बेगुसराय ने उस युवा को पसंद किया जिसे भाजपा ने देशद्रोही कहकर बदनाम किया था.
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