करगहर में देर रात तक जनसम्पर्क कर रहे हैं कांग्रेस उम्मीदवार,बोले जनता लड़ रही है चुनाव-Siyasi Baat

प्रथम चरण का मतदान आगामी 28 नवम्बर को होना है.सभी दलों के प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दिया है.लिहाजा चुनावी सरगर्मी ग्रामीण इलाकों में अब चरम सीमा पर है.हर चौक चौराहे पर,चाय दुकानों पर,पान दुकानों पर पक्ष विपक्ष की भिडंत भी देखी जा रही है.


इधर करगहर विधानसभा में पहली बार महागठबंधन से कांग्रेस के टिकट पर रोहतास जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष और बिहार सरकार के पूर्व राज्य मंत्री स्व० गिरीश नारायण मिश्र के पुत्र संतोष कुमार मिश्र पहली बार किस्मत आजमा रहे हैं.यहाँ मुख्य मुकाबला जदयू के वशिष्ठ सिंह और कांग्रेस के संतोष कुमार मिश्रा के बिच ही मानी जा रही है.

क्या है करगहर का जातीय समीकरण?
माना जाता है की करगहर विधानसभा में सबसे ज्यादा वोट कुर्मी समाज का है,जबकि दुसरे नम्बर पर ब्राह्मण समाज का वोट है.लेकिन 2009 में बने इस विधानसभा सीट से पहली बार 2010 में रामधनी सिंह विधायक बने जबकि दूसरी बार 2015 के चुनाव में वशिष्ठ सिंह ने बाजी मार लिया.

2015 का चुनाव नतीजा 
जदयू के वशिष्ठ सिंह को 57018 मत मिले थे जबकि दुसरे स्थान पर रालोस्पा के बिरेन्द्र कुशवाहा को 44111 ,निर्दलीय अलोक कुमार सिंह को 27454 और बहुजन समाज पार्टी के शमीम अहमद को 23677 जबकि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह को महज 6121 वोट से ही संतोष करना पड़ा था.

इसबार का गणित अलग है
इसबार चुनावी गणित अलग है.जदयू ने अपने विधायक वशिष्ठ सिंह पर ही दोबारा दांव लगाया है.करीब एक वर्ष से इस सीट पर राजद की तरफ से उदय प्रताप सिंह चुनावी तैयारी कर रहे थे.उदय प्रताप सिंह पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह के बेटे हैं.लेकिन ऐन मौके पर करगहर सीट कांग्रेस के खाता में जाने से उदय प्रताप सिंह अब रालोसपा+बसपा के गठबंधन की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं.कोचस की जिला पार्षद और पूर्व रालोसपा नेत्री सीमा कुशवाहा जन अधिकार पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.रालोस्पा से टिकट नही मिलने पर सीमा कुशवाहा नाराज होकर पप्पू यादव की पार्टी से जुड़ गई थी.

जानकारों का मानना है की जदयू के वशिष्ठ सिंह,रालोसपा+बसपा के उदय प्रताप सिंह और जाप के सीमा कुशवाहा के मैदान में आ जाने से कांग्रेस प्रत्याशी संतोष कुमार मिश्रा की राह आसान हो गई है.वशिष्ठ सिंह ,उदय प्रताप सिंह,और सीमा कुशवाहा के अलावा दो और कुशवाहा उम्मीदवार मैदान में हैं.इससे मतों का बंटवारा होगा और महागठबंधन के संतोष मिश्र आसानी से चुनाव जीत जायेंगे. इनसब के अलावा लोजपा के टिकट पर गबरू सिंह भी चुनावी जोर आजमाइश कर रहे हैं.

वरिष्ठ राजनितिक जानकारों का कहना है की करगहर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार की जीत के लिए हर दल से जुड़े हुए उनके स्वजातीय नेता कार्य कर रहे हैं.स्वयं कांग्रेस उम्मीदवार भी देर रात तक लोगों से मिलकर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं.महागठबंधन के सभी नेता कांग्रेस उम्मीदवार से संतुष्ट हैं.कही कोई विरोध का स्वर दिखाई नहीं दे रहा है.अबतक सैकड़ों गावों में घर घर जाकर जनसम्पर्क करने वाले संतोष मिश्र का जगह जगह जोरदार स्वागत भी हो रहा है.

क्या कहते हैं कांग्रेस उम्मीदवार?
चुनावी गतिविधियों सम्बन्धित सवाल पूछने पर कांग्रेस उम्मीदवार कहते हैं की "यह चुनाव मैं नही लड़ रहा हूँ,करगहर विधानसभा की जनता परिवर्तन के लिए स्वयं यह चुनाव लड़ रही है.परिवर्तन प्राकृतिक नियम है.हमसब को भी परिवर्तन में विश्वास है.जनता चुनाव लड़ रही है और जनता ही जीतेगी"

बलाथरी,चवरी,गौरा,तेतरिया,परसियाँ,कोचस,ओझवलिया,हरिहर डिहरा ,भगीरथा,रामपुर,देबरियां,कपसियाँ,सह्वालिया,शोभीपुर,भगवानपुर,सकरौली,कुछिला ,सारंगपुर,चतरा,पंडितपुरा,गारा,अन्हारी,तिवारीपुर,सरोसेर इत्यादि सहित प्रतिदिन दर्जनों गावं में आशीर्वाद लेने पहुचते हैं कांग्रेस प्रत्याशी.

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