कल पुलवामा में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल के काफिले पर हुए आतंकी हमले में कुल ४४ जवानों के शहीद होने की पुष्टि हो चुकी है.इस शहादत में बिहार के भी दो सपूत अपनी कुर्बानी देकर बिहार का सर गर्व से ऊँचा किया है.
बिहार के दो शहीदों में से एक पटना जिला के रहने वाले संजय कुमार सिन्हा हैं तो दुसरे भागलपुर के रतन कुमार ठाकुर हैं.
संजय कुमार सिन्हा मसौढ़ी के तरेगना मठ गावं के रहने वाले हैं.इनके पत्नी का नाम शकुंतला देवी है.संजय के पिता भी CRPF के जवान रह चुके हैं,संजय की दो बेटियां और एक बेटा है.बड़ी बेटी रूबी और छोटी बेटी टुन्नी है.रूबी शादी योग्य हो गई है जिसके विवाह के लिए संजय योग्य लड़का भी खोज रहे थे.बेटा सोनू कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा है.घटना की जानकारी के बाद पुरे गावं में मातम पसरा हुआ है.पूरा परिवार बदहवास गिरा हुआ है.परिजनों का आने का सिलसिला रात से ही शुरू है,बेटियों के चीत्कार सुनकर कोई भी सहम जा रहा है.
बिहार के दुसरे सपूत भागलपुर जिला के रतनपुर गावं के रतन कुमार ठाकुर हैं.रतन के पिता राम निरंजन ठाकुर के एकलौते पुत्र रतन ठाकुर वर्ष २०११ में CRPF में भर्ती हुए थे.पहली पोस्टिंग गढ़वा में हुई थी.फफकते हुए रतन के पिता कहते हैं की दोपहर में ही रतन ने अपनी पत्नी राजनंदनी को फोन किया था,कह रहा था श्रीनगर जा रहा हूँ,पहुच कर फोन करूँगा.तबतक यह घटना हो गई.बहुत मेहनत मजदूरी करके बेटे को पढाया लिखाया था,जूस बेचने से लेकर फेरी तक लगाया था.लेकिन भगवन को मेरा सुख बर्दास्त नहीं हुआ.इतना कहते हुए रो पड़ते हैं राम निरंजन ठाकुर .
बिहार के दो शहीदों में से एक पटना जिला के रहने वाले संजय कुमार सिन्हा हैं तो दुसरे भागलपुर के रतन कुमार ठाकुर हैं.
संजय कुमार सिन्हा मसौढ़ी के तरेगना मठ गावं के रहने वाले हैं.इनके पत्नी का नाम शकुंतला देवी है.संजय के पिता भी CRPF के जवान रह चुके हैं,संजय की दो बेटियां और एक बेटा है.बड़ी बेटी रूबी और छोटी बेटी टुन्नी है.रूबी शादी योग्य हो गई है जिसके विवाह के लिए संजय योग्य लड़का भी खोज रहे थे.बेटा सोनू कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा है.घटना की जानकारी के बाद पुरे गावं में मातम पसरा हुआ है.पूरा परिवार बदहवास गिरा हुआ है.परिजनों का आने का सिलसिला रात से ही शुरू है,बेटियों के चीत्कार सुनकर कोई भी सहम जा रहा है.
बिहार के दुसरे सपूत भागलपुर जिला के रतनपुर गावं के रतन कुमार ठाकुर हैं.रतन के पिता राम निरंजन ठाकुर के एकलौते पुत्र रतन ठाकुर वर्ष २०११ में CRPF में भर्ती हुए थे.पहली पोस्टिंग गढ़वा में हुई थी.फफकते हुए रतन के पिता कहते हैं की दोपहर में ही रतन ने अपनी पत्नी राजनंदनी को फोन किया था,कह रहा था श्रीनगर जा रहा हूँ,पहुच कर फोन करूँगा.तबतक यह घटना हो गई.बहुत मेहनत मजदूरी करके बेटे को पढाया लिखाया था,जूस बेचने से लेकर फेरी तक लगाया था.लेकिन भगवन को मेरा सुख बर्दास्त नहीं हुआ.इतना कहते हुए रो पड़ते हैं राम निरंजन ठाकुर .
इस घटना से आहत पूरा बिहार आक्रोशित है,सोशल मीडिया से लेकर चौक चौराहे तक लोग सरकार के पाकिस्तान के प्रति धुल मूल रवैये को लेकर कोष रहे हैं.जन जन में पाकिस्तान के प्रति आक्रोश व्याप्त है.इस वर्ष का का यह सबसे बड़ा आतंकी घटना है.राजनतिक दलों ने अपने अपने आज के सभी कार्यक्रम को रद्द कर दिया है .
सासाराम में युवाओं ने आज शाम को कैंडल मार्च निकलकर शहीदों के श्रधांजली के लिए कार्यक्रम आयोजित किया है,इस घटना से पूरा देश रो रहा है.हर तरफ लोग निंदा कर रहे हैं.
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